जब भी किसी पुरुष और महिला की शादी होती है। तो सबसे पहले उनके 36 गुण देखे जाते है। अगर उन दोनों में यह गुण होते थे, तो तभी शादी की बात आगे बढ़ती थी। लेकिन अब यह देखा जाता है, कि लड़की और लड़का दोनों शारीरिक रूप से स्वस्थ है, या फिर नहीं। क्योंकि आज के समय में चाहे लड़का हो या फिर लड़की बांझपन जैसी समस्या का सामना दोनों को ही करना पड़ रहा है। एक साल या उससे अधिक समय तक भी कोशिश करने के बाद जब कोई महिला प्राकृतिक रूप से गर्भवती नहीं हो पाती तो उसे महिला बांझपन कहते है। दुनिया भर में तेजी से महिलाएं बांझपन का शिकार हो रही है।

इस समस्या का मुख्य कारण खराब खान-पान और हमारी खराब जीवनशैली ही है। हालांकि जरूरी नहीं है, कि अगर कोई महिला गर्भवती नहीं हो पा रही तो इसका कारण महिला बांझपन हो। क्योंकि महिलाओं के गर्भवती ना होने के पीछे का कारण पुरुष बांझपन भी हो सकता है। महिलाओं को बांझपन की वजह से बहुत सी परेशानियों को सामना करना पड़ता है। गर्भवती ना होने के कारण वह अपने आपने को अधुरा महसूस करती है। हालांकि बांझपन जैसी समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है। बांझपन के लक्षण दिखाइ देने पर तुरंत अपने डॉक्टर से अपना इलाज करवाएं। इसी के साथ आपको अपनी जीवनशैली में भी कुछ विशेष सुधार करने की जरूरत है। 

शादी से पहले महिला बांझपन का पता कैसे लगाए?

अगर कोई भी महिला बांझपन जैसी समस्या से जूझ रही है, तो इससे उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे कि रिश्तों में दरार आना। यहां तक की अच्ची-भली चल रही शादी का टूट जाना। जी हां, आज के समय में अनेकों शादियां बांझपन के चलते ही टूट रही है। ऐसा नहीं है, कि बांझपन का पता आपको केवल शादी के बाद ही चले। आप शादी से पहले भी बांझपन का पता लगा सकते है। लेकिन अब सवाल यह उठता है, कि शादी से पहले बांझपन का पता कैसे लगाएं? तो आपको बता दें कि ऐसे बहुत से टेस्ट मौजूद है, जिनको करवाने से आप  शादी से पहले ही बांझपन का पता लगा सकते है, और समय रहते इसका इलाज करवाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आइए जानते कि आखिर कौन से टेस्ट करवाकर महिला बांझपन का पता लगाएं?

  • ओवरी की जांच

आोवरी की जांच से बांझपन का पता लगाया जा सकता है। इस टेस्ट के माध्यम से आप शादी के पहले ही पता लगा सकते है, कि आपको बांझपन की समस्या है, या फिर नहीं। बहुत बार ऐसा होता है, कि अधिक उम्र के कारण महिलाओं में अंडाणु बनने कम हो जाते है। जिससे कारण बच्चा होने में परेशानी आ सकती है। इस टेस्ट के माध्यम से महिलाओं के मां बनने की क्षमता का पता लगाया जा सकता है। इसलिए शादी से पहले एक बार यह टेस्ट अवश्य करवा लें। 

  • ब्लड डिसऑर्डर टेस्ट

महिलाओं को शादी से पहले यह टेस्ट अवश्य करवाना चाहिए। इस टेस्ट के माध्यम से यह पता लगाया जाता है, कि आपको ब्लड हीमोफीलिया या थैलेसीमिया जैसी समस्या तो नहीं है, क्योंकि अगर किसी भी महिला को यह समस्या होती है, तो इसका असर सीधा आपके बच्चे और दांपत्य जीवन पर पड़ेगा। 

  • पिट्यूटरी हार्मोन की जांच

पिट्यूटरी हार्मोन की जांच कर डॉक्टर बांझपन का पता लगाया जा सकता है। इसिलए शादी से पहले बांझपन का पता लगाने के लिए यह टेस्ट जरूर करवाएं।

  • हिस्टोरोसल पिंगोग्राफी

इस टेस्ट में बांझपन का पता लगाने के लिए एक्स-रे किया जाता है। जिसमें गर्भाशय औक फैलोपियन ट्यूब और उनके आस-पास के हिस्से को देखकर इस दिक्कत का पता लगाया जाता है। 

  • हार्मोनल टेस्ट

बांझपन की दिक्कत का पता लिंग हार्मोन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की जांच करके भी लगाया जा सकता है। लिंग हार्मोन का लेवल ओवुलेशन से पहले बढ़ जाता है। जबकि प्रोजेस्टेरोन हार्मोन बाद में पैदा होता है। इन दोनों हार्मोन्स की जांट से यह पता लगाया जाता है कि ओवुलेशन हो रहा है या नहीं। 

निष्कर्ष:

इन दिनों बांझपन की समस्या एक आम समस्या बन गई है। महिला और पुरुष दोनों में ही पाई जाती है। अगर इस समस्या को नजरअंदाज किया जाए तो आगे चलकर यह बहुत बड़ी समस्या बन सकती है। कई महिलाओं को यह समस्या शादी के बाद हो सकती है, तो वहीं बहुत महिलाओं को इस समस्या का सामना शादी से पहले ही करना पड़ता है। लेकिन कई  बार ऐसा होता है, कि शादि के बाद महिला बांझपन का पता चलता है, जिसका उसके रिश्ते पर बहुत बुरा असर पड़ता है। लेकिन आप इस समस्या का पता शादी से पहले भी लगा सकता है। तो हमने ऊपर कुछ टेस्ट बताएं है, जिन्हे आप शादी से पहले करवाकर बांझपन जैसी समस्य्या का पता लगा सकती है। 

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