महिला बांझपन की समस्या आज कल बेहद ही आम हो चुकी है। देशभर में तेजी से महिलाएं इस बीमारी का शिकार हो रही है। यह एक ऐसी समस्या है, जिसका हमारे देश में खुलकर जिकर तक नहीं किया जाता। जी हां, आज भी हमारे देश में इन सब समस्याओं पर बात करने में लोग शर्मिदगी महसूस करते है। जिसके चलते इन समस्याओं का समय पर इलाज नहीं करवाया जाता और यह समस्या आगे चलकर और भी बढ़ी बन जाती है। महिला बांझपन के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। क्योंकि बांझपन की समस्या से पीड़ित महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती। जिसके चलते उनकों लोगों के तानों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं इस समस्या के कारण ही कई बार सालों-पुराने रिश्ते तक टूट जाते है। वैसे महिला के बांझपन होने की उम्र तो निर्धारित नहीं होती। क्योकि यह समस्या महिला को किसी भी उम्र में हो सकती है। ज्यादातार महिलाओं में यह समस्या 35 की उम्र के बाद से ही देखने को मिलती है। लेकिन आजकल कम उम्र की महिलाओं को भी इस समस्या से जूझना पड़ रहा है।
महिला बांझपन किस उम्र में हो सकता है?
जब कोई महिला 20 वर्ष की होती है, तो उसकी प्रजनन क्षमता ज्यादा होती है। लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ने लगती है। वैसे-वैसे उम्र के साथ महिलाओं की प्रजनन करने की क्षमता भी बिल्कुल कम होने लगती है। एक्पर्ट्स के मुताबिक महिलाओं में 35 वर्ष के बाद प्रजनन क्षमता बिल्कुल कम होने लगती है। जिसके चलते इस उम्र में महिलाओं के लिए गर्भधारण कारण मुश्किल हो जाता है। वैसे तो महिलाओं के बांझपन की कोई निर्धारित उम्र नहीं है। पहले तो 35 से ज्यादा उम्र की महिलाओं को ही इस समस्या का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब 35 से कम उम्र की महिलाएं भी बांझपन का शिकार हो रही है। जिसका कारण कहीं न कहीं हमारा खराब खान-पान और हमारी खराब जीवनशैली ही है।
क्या ये जन्म से हो सकता है?
महिला बांझपन जन्म से भी हो सकता है। बहुत सी महिलाओं को यह समस्या उनके जन्म के बाद से ही हो जाती है। हालांकि इसमें घबराने वाली बात है, इस समस्या का भी इलाज संभव है। बांझपन का पता लगने पर तुंरत अपने डॉक्टर से संपर्क करें और अपना अच्छे से इलाज करवाएं।
महिला बांझपन के कारण
अक्सर यह सवाल पूछा जाता है, कि आखिरकार महिला बांझपन की समस्या किन कारणों से होती है? तो आपको बता दें कि बांझपन की समस्या का कोई एक कारण नहीं हो सकता। यह समस्या किसी भी महिला को किसी भी कारण से हो सकती है। तो आइए जानते है, महिला बांझपन के मुख्य कारणों के बारे में:
- ओव्यूलेशन विकार
महिला बांझपन का एक मुख्य कारण ओव्यूलेशन विकार हो सकता है। अगर कोई महिला गर्भधारण करने में असफल हो रही है, तो इसके पीछे ओव्यूलेशन संबंधी विकार हो सकते है। जब कोई महिला नियमित रूप से ओव्यूलेट नहीं कर पाती या फिर बिल्कुल भी ओव्यूलेट नहीं कर पाती तो इसे ही ओव्यूलेशन विकार कहा जाता है। पीसीओएस समेत कई अन्य समस्याएं ओव्यूलेशन विकार का मुख्य कारण हो सकते है।
- उम्र
महिला बांझपन का एक मुख्य कारण उम्र भी हो सकती है। अगर किसी महिला की उम्र ज्यादा है, तो भी उसे गर्भधारण करने में परेशानी आ सकती है। जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ने लगती है, तो वैसे-वैसे उनकी प्रजनन करने की क्षमता में भी कमी आ जाती है। महिलाओं में 35 की उम्र के बाद से प्रजनन क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। जिसके चलते उनका गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए बांझपन के पीछे का कारण आपकी ज्यादा उम्र भी हो सकती है।
- हार्मोनल असंतुलन
गर्भधारण के लिए शुक्राणुओं को महिला की योनि और गर्भाशय ग्रीवा से होते हुए निषेचन स्थान तक जाना पड़ता है। लेकिन महिलाओं में होने वाले हार्मोनल बदलाव इन शुक्राणुओं को नष्ट कर देते है। जिससे निषेचन बाधित हो जाता है, और जिसके चलते महिलाएं गर्भधारण नहीं पाती।
- ट्यूबल बाधा
फैलोपियन ट्यूब विकारों के कारण भी महिला बांझपन की समस्या हो सकती है। पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज या एसटीआई और गोनोरिया फैलोपियन ट्यूब में इन रूकावटों का कारण बन सकते है। इसी के साथ फैलोपियन ट्यूब से जुड़ी पिछली पेल्विक सर्जरी भी आपको बांझपन की समस्या होने की संभावना को बढ़ा सकती है।
- अधिक और कम वजन होना
हमारा वजन हमारी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है। अगर किसी महिला का वजन बहुत ज्यादा या फिर बहुत कम है,तो इससे उसकी प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है। अगर किसी महिला की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है, तो इस वजह से उसका गर्भधारण करना अत्यधिक कठिन हो जाता है। तो कहीं न कहीं अधिक वजन और कम वजन भी महिला बांझपन का एक मुख्य कारण हो सकता है।
- जीवनशैली
हमारी जीवनशैली का हमारी सेहत पर बहुत असर पड़ता है। इसी के साथ हमारी जीवनशैली हमारी प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करती है। अगर जीवनशैली अच्छी है, तो प्रजनन क्षमता भी ठीक होगी। लेकिन अगर हमारी जीवनशैली खराब है, तो इससे हमारी प्रजनन क्षमता कम होने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है। क्योंकि आजकल हमारा खान-पान और हमारी जीवनशैली बेहद ही खराब हो चुकी है। आजकल हम पौष्टिक और संतुलित भोजन की जगह तली और बाहर की चीजें ज्यादा खाने लगे है। जोकि हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद ही खराब है। यह खान-पान महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
- अत्धिक शराब और धूम्रपान का सेवन
अगर कोई महिला अत्यधिक शराब और धूम्रपान का सेवन करती हो तो इससे उसको बांझपन की समस्या हो सकती है। क्योंकि अत्यधिक शराब और धूम्रपान के सेवन से हमारी प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। जिससे कि महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस समस्या का एक कारण अत्यधिक शराब और धूम्रपान का सेवन करना भी हो सकता है।
- आनुवंशिक कारण
महिला बांझपन का एक मुख्य कारण आनुवंशिक भी हो सकता है।
निष्कर्ष:
महिला बांझपन होने की उम्र तो वैसे निर्धारित नहीं है। परंतु बांझपन की समस्या ज्यादातार महिलाओं को 35 की उम्र के बाद ही होती थी। क्योंकि 35 वर्ष के बाद महिलाओं की प्रजनन करने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। जिसके चलते महिलाओं के लिए इस उम्र के बाद गर्भवती होना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन आज कल बहुत सी 35 वर्ष से कम वाली महिलाएं भी इस समस्या का शिकार हो रही है। इसी के साथ कई महिलाओं को यह समस्या जन्म से भी हो सकती है। महिला बांझपन के कई कारण हो सकते है। जैसे कि ओव्यूलेट विकार, ट्यूबल बाधा समेत कई अन्य कारण शामिल है। लेकिन इसी के साथ महिला बांझपन का एक मुख्य कारण हमारा खान-पान भी हो सकता है। क्योंकि खराब खान-पान की वजह से हमारी प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है। जिससे कि गर्भधारण करने में परेशानी आ सकती है। इसी के साथ अगर कोई महिला अत्यधिक शराब और धूम्रपान का सेवन करती है, तो उसे भी बांझपन जैसी समस्या होने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है। इसलिए इसके शुरूआती लक्षण दिखाई देने पर इसका सही से इलाज करवाएं। क्योंकि अगर इस समस्या को नजरअंदाज किया गया तो यह आगे चलकर और भी बड़ी हो सकती है।