प्रीडायबिटीज, डायबिटीज से पहले होने वाली स्थिति है। इसे डायबिटीज का चेतावनी संकेत भी माना जाता है। इसे डायबिटीज का लक्षण भी कहा जा सकता है। पिछले कुछ वर्षो से इस बीमारी ने तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है। भारत में लगभग 26 प्रतिशत लोग प्रीडायबिटीज जैसी बीमारी से जूझ रहे है। इसलिए प्रीडायबिटीज होने पर इसे नजरअंदाज ना करें। इसका तुरंत इलाज करवाए। क्योंकि अगर प्रीडायबिटीज को नजरअंदाज किया गया तो फिर डायबिटीज होने का खतरा बढ़ सकता है। प्रीडायबिटीज का मुख्य कारण हमारा खराब खान-पान और हमारी जीवनशाली ही है। क्योंकि हमारे खान-पान और हमारी जीवनशैली का हमारी सेहत पर बेहद ही प्रभाव पड़ता है। इसलिए जितना हो सके उतना संतुलित और पोष्टिक भोजन का सेवन करें। हालांकि आज कल लोगों का रूझान बाहर की तली हुई चीजों की और ज्यादा बढ़ गया है। जैसे कि पिज्जा, बर्गर आदि। लेकिन यह चीजें हमारी सेहत के लिए बेहद हानिकारक भी है। इसलिए जितना हो सके उतना इन चीजों के सेवन से बचने की कोशिश करें। 

क्या तनाव प्रीडायबिटीज का कारण बन सकता है, तनाव को कैसे कम करे?

आज के तनाव भरे माहौल में हर कोई मानसिक तनाव जैसी समस्या जूझ रहा है। किसी को अपने परिवार की चिंता, नौकरी की चिंता, करियर की चिंता और पढ़ाई की चिंता सता रही है, और यह चिंताए मानसिक तनाव का रूप धारण कर लेती है। लगातार तनाव में रहना हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। क्योंकि लगातार तनाव कई मानसिक और शारीरिक बीमारियों का कारण हो सकता है। अक्सर यह सवाल उठता है, कि क्या तनाव प्रीडायबिटीज का कारण हो सकता है? तो इसका जवाब है, हां भी और ना भी। मतलब कि थोड़े-बहुत या फिर कभी कभार तनाव लेने से प्रीडायबिटीज की समस्या नहीं हो सकती है। लेकिन अगर आप लंबे समय से तनाव की समस्या से जूझ रहे है, तो इस समस्या के कारण प्रीडायबिटीज की समस्या होने का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। क्योंकि तनाव इंसुलिन प्रतिरोध विकसित कर देता है। इसका अर्थ की तनाव के कारण हमारे शरीर में इंसुलिन की मात्रा गड़बड़ा जाती है। जिससे कि हमारे रक्तप्रवाह में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। अगर शरीर में इंसुलिन पर्याप्त मात्रा में नहीं होगा तो प्रीडायबिटीज जैसी समस्या का होना तो स्वाभाविक ही है। इसलिए तनाव प्रीडायबिटीज का एक मुख्य कारण हो सकता है। इसलिए प्रीडायबिटीज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए तनाव को कम करने की जरूरत है। आप अपने तनाव को कई तरीकों से कम कर सकते है। तनाव कम करने का सबसे पहले उपाय तो यही है, कि आप अपने आप को जितना हो सके उतना खुश रखने की कोशिश करें और खुश रहने के लिए वो चीजें करें जो जिन्हे करने से आपको खुशी है। बाहर घूमने जाओं। दोस्तों के साथ समय बिताओं। नीचे हमने कुछ तरीके बताएं है, जिन्हे अपनाकर आप अपना तनाव को कम कर सकते है:

  • पर्याप्त नींद लें

पर्याप्त नींद ले और तनाव को कम करें। जी हां, तनाव को कम करने का सबसे बढ़िया और आसान तरीका यही है, कि पर्याप्त नींद लें। पर्याप्त नींद हमारी अच्छी सेहत के लिए बेहद ही जरूरी है। देर से सोना और देर उठना हमारे शरीर के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। बहुत से लोग अपने काम के चलते पर्याप्त नींद नहीं ले पाते जोकि सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। क्योंकि तनाव होने का एक मुख्य कारण पर्याप्त नींद ना लेना भी है। इसलिए प्रतिदिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। पर्याप्त नींद लेने से शरीर पूरा नींद एक्टिव महसूस करता है। इसी के साथ शरीर में नई ऊर्जा की भी विकास होता है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद जरूर लें। 

  • रिलैक्स करें

अपने आप को जितना हो सके उतना रिलैक्स रखने की कोशिश करें। रिलेक्स रहने के लिए आप अपने पसंदीदा गाने सुन सकते है। इसी के साथ आप अपनी पसंदीदा चीजें भी कर सकते है। जिनको करने से आपको खुशी मिले। क्योंकि यह सारी चीजें आपके तनाव को कम करने में मदद करेगी। 

  • व्यायाम करें

प्रतिदिन की एक्सरसाइज आपके तनाव को कम करने में मददगार हो सकती है। जी हां, एक्सरसाइज भी तनाव को कम करने का एक बहुत बढ़िया ज़रिया है। इसलिए प्रतिदिन व्यायाम करने की आदत को अपनाएं। जरूरी नहीं है, कि आप भारी-भरकम व्यायाम या योग करे। आप अपनी क्षमता के अनुसार भी व्यायाम कर सकते है। क्योंकि सुबह-सुबह व्यायाम करने से आपका मन शांत होगा। आप पूरा दिन अच्छा महसूस करोगे। अगर अच्छा महसूस करोगे तो तनाव तो अपने आप ही कम हो जाएगा। इसलिए प्रतिदिन व्यायाम या योग करने की आदत डालें। 

  • लोगों के साथ बात-चीत करें

अगर आप स्कूल जाते है,या फिर कॉलेज या ऑफिस। अपने आस-पास के लोगों से बात करने की कोशिश करें। क्योंकि अगर आप अकेले रहेंगे तो इससे तो तनाव की समस्या का होना तो स्वाभाविक ही है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए लोगों के साथ बातचीत करें। 

  • अपने खान-पान सुधारें

अब आप सोच रहे होंगे कि भला हमारे खाने-पीने का हमारे तनाव से क्या कनेक्शन है। तो आपको बता दें कि हमारा खान-पान हमारे तनाव का एक मुख्य कारण हो सकता है। क्योंकि हम जो भी खाते है, उसका असर हमारे मस्तिष्क पर पड़ता है। जब भी हम बाहर की तली हुई चीजें जैसे कि पिज्जा वगैरा खाते है, तो इससे हमारा दिमाग कम सक्रिया हो जाता है। इसलिए अपने खान-पान में हरी सब्जियों को जितना हो सके उतना शामिल करें। इससे आपका तनाव कम होने में जरूर मदद मिलेगी। 

  • दोस्तों और करीबियों से बात करें

अगर आप किसी समस्या से जूझ रहे है, तो आप अपनी समस्या के बारे में अपने दोस्तों या फिर परिवार के सदस्यों को बताए। ताकि वो आपकी समस्या का समाधान कर सके। इससे आपका तनाव अवश्य ही कम होग। क्योंकि जब तक आप अपनी समस्या के बारे में किसी को बताओगे नहीं तब तक आप मानसिक तनाव में ही रहोगे।

निष्कर्ष:

जो भी लोग पूछते है, कि क्या तनाव प्रीडायबिटीज का कारण हो सकता है। तो आपको बता दें कि हां। तनाव प्रीडायबिटीज का कारण हो सकता है। अगर आप कभी-कभार तनाव में रहते है, तो फिर इसमें डरने वाली बात नहीं है, लेकिन अगर आप लंबे समय से तनाव में है, तो आपको प्रीडायबिटीज का खतरा हो सकता है। क्योंकि तनाव के कारण हमारे शरीर में इंसुलिन की मात्रा गड़बड़ा जाती है। जिसके कि प्रीडायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए प्रीडायबिटीज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपने तनाव को कम करने की कोशिश करें। तनाव को कम करने के लिए जितना हो सके उतना अपने आप को खुश रखने की कोशिश करें। इसी के साथ आप अपने दोस्तों या फिर परिवार के सदस्यों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताए। इससे आपको तनाव से राहत अवश्य ही मिलेगी। तनाव को कम करने का एक और सबसे बढ़िया रास्त व्यायाम करना भी है। तो इसे भी अपनी जीवनशैली में शामिल करें। तनाव को कम करने के लिए हमने ऊपर कुछ तरीके बताए है। जिनको अपनाने से आपको इसका असर जल्द ही देखने को मिलेगा। 

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